हरियाणा में NIA की रेड; लॉरेंस गैंग के शार्प शूटरों के घर पहुंची टीम, तलाशी के साथ पूछताक्ष, सिद्धू मूसेवाला मर्डर में शामिल रहे
Haryana NIA Raid On Lawrence Bishnoi Gang Shooter Ankit Sersa Priyavrat Fauji
Haryana NIA Raid: हरियाणा में एक बार फिर लॉरेंस बिश्नोई गैंग (Lawrence Bishnoi Gang) से जुड़े शार्प शूटरों पर नेशनल इन्वेस्टिगेशन एजेंसी (NIA) ने रेड की है। एनआईए की टीम वीरवार सुबह सोनीपत में सिद्धू मुसेवाला हत्याकांड के आरोपी अंकित सेरसा व प्रियव्रत फौजी के घरों पर पहुंची और गहन तलाशी ली। इसके साथ ही परिवार वालों से पूछताक्ष भी की। इस दौरान सोनीपत की स्थानीय पुलिस एनआईए टीम के साथ मौजूद रही।
सुबह 6 बजे के करीब एनआईए का शिकंजा
जानकारी के अनुसार, एनआईए की टीम वीरवार सुबह 6 बजे के करीब ही पुलिस को साथ लेकर अंकित सेरसा व प्रियव्रत फौजी के घरों पर पहुंच गई थी। लॉरेंस बिश्नोई गैंग का शार्प शूटर अंकित सेरसा सोनीपत के गांव सेरसा का रहने वाला है। जबकि अन्य शार्प शूटर प्रियव्रत फौजी गांव गढ़ी सिसाना का रहने वाला है। ये दोनों शार्प शूटर उन शूटरों में मुख्यता शामिल थे जिन्होंने सिद्धू मुसेवाला पर गोलियां बरसाईं थीं। कहा जाता है कि, शूटर प्रियव्रत फौजी ने तो बहुत नजदीक से सिद्धू को गोलियां मारीं।
आतंकी संबंध जांच रही NIA
नेशनल इन्वेस्टिगेशन एजेंसी (NIA) लगातार गैंगस्टरों और उनके उनके गुर्गों के आतंकी संबंध को जांच रही है। जहां पिछले दिनों NIA ने कई बार हरियाणा-पंजाब समेत अन्य राज्यों में रेड की थी। NIA का मकसद है कि गैंगस्टरों के संगठित अपराध को किसी भी तरह से रोका जाये। एनआईए के अनुसार, गैंगस्टर आतंकी संबंध स्थापित कर अपराध कर रहे हैं। मालूम रहे कि, हाल ही में एनआईए की कार्रवाई के बाद कुछ गैंगस्टरों को आतंकी घोषित किया गया है। आतंकी घोषित किए गए गैंगस्टरों में कनाडा बैठे गैंगस्टर गोल्डी बराड़ और लखबीर लांडा का नाम मुख्यता शामिल है।
29 मई को हुई थी सिद्धू मुसेवाला की हत्या
ध्यान रहे कि, 29 मई को 28 साल के सिद्धू मूसेवाला (Punjab Famous Singer Sidhu Moose Wala) की पंजाब के मानसा जिले के जवाहर गांव के नजदीक हत्या कर दी गई थी। कारों में सवार होकर आए लॉरेंस गैंग और गैंगस्टर गोल्डी बराड़ के गुर्गों ने सिद्धू मूसेवाला को गोलियों से छलनी-छलनी कर डाला था। सिद्धू मूसेवाला की थार गाड़ी पर साइड और सामने से कई राउंड फायर किए गए थे। फिलहाल, सिद्धू के आरोपी पकड़े जा चुके हैं।
वहीं, दो को तो पंजाब पुलिस ने अमृतसर के अटारी बॉर्डर पर ढेर कर दिया था। लेकिन मास्टरमाइंड गोल्डी बराड़ अब तक पुलिस के हाथ नहीं आया है। हत्या के बाद लॉरेंस बिश्नोई गैंग के गोल्डी बराड़ ने पूरी जिम्मेदारी ली थी। गोल्डी बराड़ का कहना है कि, सिद्धू मूसेवाला में घमंड बहुत आ गया था। उसने हमारा कुछ नुक्सान भी किया। इसलिए उसे मार दिया। लॉरेंस बिश्नोई और गोल्डी बराड़ दोनों सिद्धू मूसेवाला की हत्या के मुख्य आरोपी हैं। लॉरेंस बिश्नोई इस समय जेल में बंद है। - रामलला के लिए 30 साल मौन; कौन हैं सरस्वती देवी, जो इतनी कठिन प्रतिज्ञा कर बैठीं, अब अयोध्या में 22 जनवरी से बोलेंगी